प्राकृतिक सौन्दर्य साधन :और लाभ

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 नमस्कार पिछले पोस्ट में हमने केमिकल मिश्रित हानिकारक ब्यूटी प्रोडक्ट के बारे में पढ़ा जिनमे मौजूद हानिकारक रसायन तत्काल सुंदरता प्रदान तो करते है परन्तु इनका दूरगामी परिणाम काफी भयाभय होता है जो कई बीमारियों के साथ गंभीर चर्म रोग तथा कैंसर तक के सम्भावना पैदा कर सकते है। तो ऐसे में कुछ प्राकृतिक बस्तुओं से भी हम नेचुरल रूप से चेहरे तथा बालों, शरीर की त्वचा आदि का उचित और सम्पूर्ण देखभाल कर सकते है तो आइये आज जानते है हमारे आसपास मौजूद आसानी से पाए जाने वाले प्राकृतिक वस्तुएँ जों हमें बिना किसी साइड इफेक्ट और हानि पहुचायें हमें खूबसूरत बनाने में मदद करती है चेहरे पे कालापन दूर करने के उपाय? गर्मीयों में धुप की वजह से या फिर अत्यधिक बाहर काम करने के कारण अगर त्वचा में कलापन आ गया हो तो निम्नलिखित घरेलु उपायों के द्वारा अपने चेहरे पे निखार ला सकतें है। 1* शहद और नीबू का रस बराबर मात्रा लेकर चेहरे पर लगा ले और थोड़ी देर सूखने के बाद इसे धो ले इस प्रक्रिया को नियमित करने पर प्राकृतिक रूप से चेहरे का कालापन दूर होता है 2*मसूर दाल और दूध को पेस्ट बनाकर चेहरे पे लगाना और थोड़ी देर सूखने पर धो ले

विश्व में सबसे स्वस्थ देश


 2023 में विश्व के स्वस्थ सूचकांक में अब्बल देश कौन से है?

नमस्कार मित्रो, जैसा की आप सभी जानते है पिछले दिनों कोविड तथा पेनडेमीक की स्थिति की वजह से जन चेतना की स्थिति स्वास्थ्य की दृष्टिकोण से काफी बदल गयी है। लोगों में स्वस्थ रहने से लेकर धारणाएं भी परिबर्तन हुई है आइये आज आपको 2023 में स्वास्थ्य की सूचकांक में विश्व के 10 अब्बल देशों के बारे में बताने जा रहा हूं


विश्व के 10 स्वस्थ देश।

                             1*स्पेन
                              2*इटली
                              3*आइसलैंड
                            4*  जापान
                             5*स्वीडेन
                              6*ऑस्ट्रेलिया
                               7*स्विट्ज़रलैंड
                               8*नॉरवे
                                9*सिंगापुर
                               10*कनाडा


स्वस्थ देश का निर्धारण।

प्रति वर्ष विभिन्न प्रकार की संघ, सस्थाएं अपनी अपनी रिपोर्ट के माध्यम से स्वस्थ देशों की क्रमांक सूची प्रकाशित करती है जिसके द्वारा हमें उच्च स्वस्थ सेवा सुबिधा युक्त देशों में उनका सम्पूर्ण स्वास्थ्य प्रणाली के बारे में पता चलता है किसी भी संस्था द्वारा उनकी स्वस्थता के बारे में निर्धारण से पहले विभिन्न पहलुओं पर विचार करना होता है, जैसे, औसत  आयु, पर्याबरणिय आधार,स्वास्थ्य जोखिम, तथा स्वास्थ्य सुरक्षा प्रणाली आदि। इसके साथ ही पोषण युक्त भोजन, खुशी, तथा मानसिक स्थिति का सबल होना, भी अहम जरुरी मुद्दे है

स्वस्थ देश का निर्धारण करने वाले संस्थान।

मुख्यतः दो प्रमुख अंतराष्ट्रीय संस्थाओं द्वारा विश्व के देशों को स्वस्थ देशों की सूची में सुचिकृत किया जाता है इनमे ब्लम्बर्ग हेल्थ इंडेक्स (bloomberg health index) तथा ग्लोबल हेल्थ सिक्योरिटी इंडेक्स (global security health index )। दोनों संस्थाओं द्वारा अलग अलग डाटा  संग्रह के आधार पर  देशों को स्वस्थ देशों की सूची में सुचिकृत किया जाता है

ब्लम्बर्ग हेल्थ इंडेक्स (bloomberg health index)

ब्लम्बर्ग हेल्थ इंडेक्स, विभिन्न स्रोत एवम विश्व स्वास्थ्य संगठन तथा विश्व बैंक से सूचनाओ का संग्रहण करता है स्रोतों से मिली जानकारी के उपयोग स्वस्थता की सूची बनाने में होती है, ब्लम्बर्ग तीन मुख्य क्षेत्र में फोकस करता है 



,संभावित आयु,

यह मानक देश में रहने वाले लोगों की औसत  आयु की जानकारी देता है औसत आयु की सम्भावयता से लोगों में स्वस्थ दिनचर्या तथा रहन सहन की व्यवस्था, तथा उनके स्वस्थकर जीवन का उनपर प्रभाव के बारे में पता चलता है 

वातावरणीय स्थिति।

वातावरणीय प्रभाव में, वायु प्रदुषण, पानी की गुणवत्ता, स्वच्छता, तथा अन्य कारण जिनसे वातावरण तथा स्वास्थ्य में प्रतिकूल असर होता हो

स्वास्थ्य जोखीम

स्वास्थ्य जोखिम में मध्यपान का खपत, धूम्रपान तथा तम्बाकू जन्य पदार्थों का उपयोग, मोटापा दर, आदि को सम्मिलित किया जाता है

ग्लोबल हेल्थ सिक्योरिटी इंडेक्स (Global Health Index )

ग्लोबल हेल्थ इंडेक्स किसी देश में उसके आकस्मिक स्वास्थ्य समस्याओ जैसे महामारी, संक्रामक रोगों के बिपत्ति में उसकी तैयारी तथा प्रतिक्रिया आदि में बिशेष जोर देता है मुख्य रूप से छः  बिंदु जिनसे ग्लोबल हेल्थ सिक्योरिटी  इंडेक्स किसी भी देश की स्वास्थ्य स्थिति को निर्धारित करता है

1-निवारण 2-पहचान और रिपोर्टिंग 3- त्वरित प्रतिक्रिया 4-स्वास्थ्य प्रणाली 5-अंतराष्ट्रीय मानदंडो का अनुपालन 6-आपदा की स्थिति 



1-स्पेन

औसत आयु 82 वर्ष
स्पेन हालांकि ब्लम्बर्ग हेल्थ इंडेक्स की सूची में पहले स्थान पर नहीं आता है परन्तु कुछ विशेषतायें इसे अन्य संस्थानों द्वारा इस सूची में पहला स्थान दिलाती है जैसे मजबूत स्वास्थ्य सुरक्षा प्रणाली, स्वस्थ जीबनबशैली की आदत, अनुकूल वातावरणीय कारक, आदि, स्पेन में परिबार और समुदाय को भी सांस्कृतिक जोर दिया जाता है, जो मानसिक और भावनात्मक रूप से लाभकारी होता है
स्पेन की स्वास्थ्य सेवा प्रणाली सभी को बराबर सेवा प्रदान करती है तथा सार्वभौमिक पहुँच प्रदान करने के लिए जानी जाती है ताज़ा आंकड़ों के अनुसार स्पेन  में डॉक्टरों की संख्या 2020 त 4.58प्रति, हज़ार व्यक्ति थी स्पेन में वायु प्रदुषण का स्तर अपेक्षा कृत कम है जों स्वस्थ स्वसन प्रणाली का कारक है स्पेन में फलो, सब्जियाँ, जैतून का अत्यधिक खपत के कारण यहाँ के लोगों को कैंसर, डायबिटीज, ब्लड प्रेसर,रोगों की संख्या औसतन कम पाया जाता है, बास्केटबॉल, तथा  साइकिलिंग यहाँ के लोगों द्वारा अधिक पसंद किया जाता है जो स्वास्थ की दृष्टिकोण से उत्तम होता है

2-इटली

औसत आयु  82 वर्ष
इटली ब्लम्बर्ग हेल्थ इंडेक्स की रैंकिंग में दूसरे नम्बर में आता है
मजबूत स्वस्थ्य सुरक्षा सेवा, स्वस्थ जीवन शैली, अनुकूल पर्यावरणीय   प्रभाव,सकारात्मक सामाजिक तथा सांस्कृतिक वातावरण आदि मिलकर इटली को एक स्वस्थकर देश की सूची में अपना योगदान करते है इटली की स्वास्थ्य सेवा की पहुँच बृहत रूप में सभी नागरिकों तक है इस देश की भोजन प्रणाली को भी अति स्वस्थकर माना जाता है स्वस्थ पेय जल के मामले में इटली अब्बल नम्बर में आता है 2020 के रिपोर्टनुसार औसतन यंहा 4 डॉक्टर्स संख्या प्रती हजार व्यक्ति है

3-आइसलैंड

औसत आयु 83
आइसलैंड अपने स्वास्थ सुरक्षा में विश्व में सबसे अधिक खर्च करने के साथ ही इसकी प्रतिबद्धता है की सभी आम नागरिकों को उच्च गुणवत्ता वाले स्वस्थ सेवाएं मुहैया की जाये। (OECD)ऑर्गनाइजेशन फॉर इकोनॉमिक् कोऑपरेशन एंड डेवलपमेंट के अनुसार आइसलैंड अपनी जीडीपी के कुल हिस्से का 8.6%  स्वस्थ सुबिधाओं के विस्तार तथा विकाश में खर्च करता है जिसके फलस्वरूप आइसलैंड का स्वस्थ सुरक्षा प्रणाली आधुनिक, तथा सुव्यवस्थित और सभी नागरिकों की पहुंच है यहाँ प्रति हज़ार व्यक्ति 4.42 डॉक्टर्स है

4- जापान

औसत आयु 84 वर्ष
जापानी संस्कृति में स्वस्थता और स्वच्छता को अत्यधिक महत्वपूर्ण माना जाता रहा है जिसके कारण ब्लम्बर्ग हेल्थ इंडेक्स में लगातार उच्च रैंकिंग प्राप्त करने में सफल रहता है 169 देशों की सूची में जापान का स्थान चौथा है औसत मोटापा दर, का कम होना। स्वस्थ आहार, और एक उच्च तकनीक से लैस स्वास्थ्य सुरक्षा प्रणाली की सुलभ पहुंच, तम्बाकू, आदि का काम खपत होना जो कैंसर जैसे रोगों का कारण होती है मुख्यतः ये ऐसे तथ्य है जो जापान को स्वस्थ की दृष्टि से अग्रणी बनता है जापानी व्यंजनों में ताजी मछलीया, ताजी सब्जियाँ तथा मोटे अनाज जो पोषण युक्त और कम संत्रिप्त वसा युक्त होते है, जापान में एक पारम्परिक तथा प्रचलित कहाबत है की "हारा हाचि बू " जिसका अर्थ है अपनी भूख का सिर्फ 80% ही खाना खाओ।जो अतिआहार से होने बाले रोगों से बचाने में मदद करता है जैसे रक्तचाप, कोलेस्ट्राल, हृदयघात रोगों से बचाता है अपनी सकल घरेलु उत्पाद (GDP) का 10.74% निबेश अपनी स्वास्थ्य सेवाओं में करता है यहाँ डॉक्टरों की संख्या 2.6 प्रति हजार व्यक्ति है

5- स्वीडेन

औसत आयु 82 वर्ष
स्वीडेन स्वस्थ देशों की सूची  में पांचवे स्थान पार आता है स्वीडेन की स्वास्थ्य सेवाएं तथा किसी भी प्रकार की संक्रामक, आपात तथा प्राकृतिक बिपत्ति से निपटने के लिए विश्व के अन्य देशों की तुलना में अत्याधुनिक और कारगर है, यह देश अपनी बजट का अच्छा खासा निवेश स्वस्थ सेवा प्रणाली में करता है 2019 के (OECD)ओ ई सी डी के रिपोर्ट अनुसार, स्वीडेन अपनी सकल घरेलु उत्पाद का 9.9%हिस्सा स्वास्थ्य सेवाओं में निवेश करता है। पर्यावरण सुरक्षा के कड़े नियमो के कारण निम्न वायु प्रदुषण स्तर शुद्ध पेय जल, स्वछता सम्बन्धी जन चेतना आदि का उल्लेखनीय योगदान इस देश को स्वस्थ देशों की सूची में अग्रपंक्ति में खड़ा करता है यहाँ डॉक्टरों की संख्या प्रति हजार व्यक्ति 4.29 है।

6-ऑस्ट्रेलिया

औसत आयु 83 वर्ष
10देशों की सूची में उत्कृष्ट स्थान में रहने के ऑस्ट्रेलिया के पास कई कारण है स्वच्छ वातावरण, उच्च जीवन स्तर, तथा गुणस्तरीय स्वास्थ्य सेवाएं आदि। राष्ट्रीय प्रतिरक्षा कार्यक्रम के तहत यहाँ टीकाकरण, तथा  अन्य स्वास्थ्य सेवाएं आम नागरिकों को सरकार मुहैया करती है यहाँ 2020 तक प्रति हजार व्यक्ति में 3.59 डॉक्टर्स है।

7-स्विट्ज़रलैंड



औसत आयु 83 वर्ष
स्विट्ज़रलैंड, की स्वास्थ्य सुरक्षा प्रणाली में अनिवार्य रूप से सरकारी तह पर नागरिकों के लिए मुफ्त में स्वास्थ्य बीमा सुबिधा उपलब्ध होती है जिसके कारण सभी आम नागरिकों को स्वास्थ्य सेवाएं सहजता  से मुहैया हो जाती है  उच्च जीवन स्तर, आर्थिक सम्पन्नता, स्वच्छ वातावरण तथा शिक्षा स्विट्ज़रलैंड को सामाजिक, आर्थिक, और स्वास्थ्य की दृष्टि संपन्न बनाता है यहाँ प्रति 1000 व्यक्ति में डॉक्टरों की संख्या 4.3 है

8-नॉरवे

औसत आयु 83 वर्ष 
कई तरह  के तथ्य मिलकर नॉरवे को स्वस्थ देशों की श्रेणी में एक अच्छा स्थान प्रदान करते है, पोषण युक्त भोजन,, शुद्ध वायु का स्तर, स्वच्छ वातावरण, एक स्वस्थ जीवन शैली आदि।यहाँ की जन स्वास्थ्य सेवा प्रणाली का आधार कर है जिसके कारण यहाँ सभी आम नागरिकों और निबासियो को स्वास्थ्य सेवा से जोड़कर बेहतर विकल्प प्रदान करने की कोशिश रहती है, यहाँ सामाजिक सुरक्षा नीति के अनुसार नागरिकों को आर्थिक तथा सामाजिक रूप से मदद की जाती है जिसमे बेरोजगार, सुरक्षा, शारीरिक असक्षम, तथा जेष्ट नागरिकों के हितो की रक्षा की जाती है जों उनके सम्पूर्ण स्वास्थ्य प्रणाली में एक सकारात्मक असर  डालता है यहाँ प्रति व्यक्ति डॉक्टरों की संख्या 4.9 है


9-सिंगापुर

औसत आयु 84 वर्ष
सिंगापुर गुणस्तरीय चिकित्सा प्रयोगो तथा दक्ष औषधि विज्ञानं आधुनिक चिकित्सा विज्ञानं के लिए प्रख्यात है  शुद्ध वायु  एवं जल के लिए भी सिंगापुर जाना जाता है नितिगत कार्यक्रम तथा राज्य स्तरीय हस्तक्षेप स्वस्थ सुरक्षा मामलो में इसे सदैव आगे रखते है अन्य देशों की तुलना में यहाँ संक्रामक रोगों की संख्या भी न्यून है, जैसे एड्स, क्षय रोग, आर्थिक सम्पनता तथा न्यूनतम अपराध संख्या, भ्रस्टाचार का नहीं होना भी नागरिकों को मानसिक सुरक्षा प्रदान करता है यहाँ प्रति व्यक्ति डॉक्टरों की संख्या 2.8 है


10-कनाडा

औसत  आयु 82वर्ष
कनाडा ना ही सिर्फ स्वस्थ देशों में गिना जाता है बल्कि विश्व के खुशनुमा देशों की श्रेणी में भी इसका स्थान अग्रपंक्ति में है कनाडा की स्वास्थ्य सुरक्षा प्रणाली का आधार कर है,जो आम नागरिकों तथा निबासियो के स्वास्थ्य गत सेवाओं में बेहतर उपलब्धता दिखाता है मूल रूप से भौतिक तथा सामाजिक, शिक्षा, रोजगार आदि, इस देश को स्वस्थ देशों की श्रेणी में आगे रखते हैँ यहाँ प्रति हजार व्यक्ति डॉक्टरों की संख्या 3.9 है 





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